Ghaziabad में हाल की बारिश के बाद प्रदूषण के स्तर में कुछ कमी आई है, जो एक सकारात्मक संकेत माना जा सकता है। बारिश के पानी ने वायु में मौजूद धूल और अन्य प्रदूषकों को कुछ हद तक साफ कर दिया है, जिससे वायु की गुणवत्ता में सुधार हुआ है। हालांकि, इंदिरापुरम क्षेत्र की वायु गुणवत्ता अब भी चिंता का विषय बनी हुई है। यहां का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) गंभीर स्तर पर है, जो लगभग 244 के आसपास दर्ज किया गया है। यह स्तर न केवल अस्वस्थ है, बल्कि यह स्वास्थ्य पर कई नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।

इस गंभीर AQI के कारण, विशेष रूप से उन लोगों के लिए जो पहले से ही श्वसन समस्याओं जैसे अस्थमा या क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD) से पीड़ित हैं, बाहर निकलना बेहद जोखिम भरा हो सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस स्तर के प्रदूषण में सांस लेना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है और इससे कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं, जैसे खांसी, गले में खराश, और फेफड़ों की कार्यक्षमता में कमी।
इसलिए, स्वास्थ्य विशेषज्ञों और स्थानीय प्रशासन की सलाह है कि सभी लोग, विशेष रूप से संवेदनशील समूहों जैसे बच्चे, बुजुर्ग, और पहले से बीमार लोग, इस प्रदूषण स्तर के दौरान घर के अंदर रहें। साथ ही, अगर बाहर जाना आवश्यक हो, तो मास्क पहनने और प्रदूषण से बचने के उपाय अपनाने की सिफारिश की जाती है।
इंदिरापुरम में वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता है, जिसमें वृक्षारोपण, स्वच्छता अभियानों और औद्योगिक प्रदूषण को नियंत्रित करने के उपाय शामिल हैं। स्थानीय नागरिकों को भी जागरूकता बढ़ाने और प्रदूषण के प्रभावों के प्रति सचेत रहने की आवश्यकता है, ताकि वे अपने स्वास्थ्य की रक्षा कर सकें और एक स्वस्थ वातावरण की दिशा में कदम उठा सकें।