Chhattisgarh के बिलासपुर जिले में एक नाबालिग लड़की के साथ जूस में नशीली दवा मिलाकर दुष्कर्म का मामला उजागर हुआ है। यह घटना सरकंडा थाना क्षेत्र की है, जहां पीड़िता की मां ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। प्रारंभिक जांच में पुलिस को पता चला कि लड़की को एक महिला और एक युवक ने धोखे से बुलाकर नशीला जूस पिलाया। इस जूस में नशीली दवा मिलाई गई थी, जिससे लड़की बेहोश हो गई और उसके बाद उसके साथ दुष्कर्म किया गया। यह घटना न केवल पीड़िता के लिए बल्कि उसके परिवार के लिए भी एक गहरा आघात है, क्योंकि एक नाबालिग के साथ इस प्रकार की घिनौनी हरकत ने समाज में भय और चिंता का माहौल पैदा कर दिया है।

पुलिस की जांच में यह भी सामने आया कि आरोपी महिला ने पीड़िता को पहले से ही अपने जाल में फंसाने की योजना बनाई थी। उसने पीड़िता से दोस्ती करने का नाटक किया और उसे यह विश्वास दिलाया कि वह उसकी भलाई के लिए चिंतित है। जब पीड़िता ने उस पर विश्वास किया और उसके साथ गई, तब महिला और युवक ने उसे नशीला जूस पिलाकर उसकी बेहोशी का फायदा उठाया। इस प्रकार की घटनाएँ समाज में महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा के प्रति गंभीर सवाल उठाती हैं और यह दर्शाती हैं कि हमें अपनी सुरक्षा के प्रति कितने सतर्क रहना चाहिए।
इस मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी महिला और युवक को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि एक अन्य आरोपी की तलाश जारी है। पुलिस ने अपहरण और दुष्कर्म के आरोप में केस दर्ज किया है और मामले की गहन जांच कर रही है। पुलिस अधिकारियों ने यह आश्वासन दिया है कि उन्हें न्याय दिलाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। इसके साथ ही, इस घटना ने समाज के विभिन्न वर्गों में जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता को भी उजागर किया है। स्थानीय समुदाय और विभिन्न सामाजिक संगठनों ने इस घटना की निंदा की है और पीड़िता के परिवार के प्रति समर्थन व्यक्त किया है।
इस प्रकार की घटनाओं की रोकथाम के लिए कानून को सख्त बनाने की आवश्यकता है और साथ ही समाज में जागरूकता फैलाने की भी। यह जरूरी है कि हर नागरिक, विशेषकर महिलाएँ और बच्चे, अपनी सुरक्षा के प्रति सजग रहें और किसी भी संदिग्ध स्थिति में तुरंत पुलिस या अन्य प्राधिकृत एजेंसियों से संपर्क करें। इस घटना ने न केवल पीड़िता के जीवन को प्रभावित किया है, बल्कि यह पूरे समाज के लिए एक चेतावनी भी है कि हमें एकजुट होकर ऐसे अपराधों के खिलाफ खड़ा होना होगा।