Uttar pradesh: सर्दी ने अपना प्रचंड रूप दिखाना शुरू कर दिया है, और इस समय राज्य के 47 शहरों में शीतलहर का कहर जारी है। ठंड के इस मौसम में तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है, जिससे लोगों के दैनिक जीवन में कई कठिनाइयाँ उत्पन्न हो रही हैं। कई स्थानों पर पारा 5 डिग्री सेल्सियस तक नीचे आ चुका है, जिससे ठंड का अनुभव और भी तीव्र हो गया है। इस समय बुलंदशहर को उत्तर प्रदेश का सबसे ठंडा स्थान बताया जा रहा है, जहां तापमान में सबसे अधिक गिरावट देखी गई है, जिससे स्थानीय निवासियों को विशेष रूप से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस ठंड के कारण ना केवल सामान्य जीवन प्रभावित हो रहा है, बल्कि स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी बढ़ने की संभावना है।

मौसम का हाल:
घना कोहरा:
प्रदेश के 40 जिलों में घना कोहरा छाया हुआ है, जिससे दृश्यता में भारी कमी आई है।
विजिबिलिटी (दृष्टि सीमा) 100 मीटर तक सीमित हो गई है, जिससे सड़क और रेल यातायात पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है। इस स्थिति के कारण कई ट्रेनें और बसें देरी से चल रही हैं, जिससे यात्रियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
शीतलहर का प्रभाव:
न्यूनतम तापमान 5°C से भी नीचे गिर चुका है, और इस ठंड ने लोगों के जीवन को प्रभावित किया है।
बुलंदशहर सबसे ठंडा स्थान रहा है, जहां न्यूनतम तापमान में सबसे अधिक गिरावट देखी गई है, और स्थानीय लोग इस अत्यधिक ठंड के कारण घरों में ही रहने को मजबूर हो रहे हैं।
अन्य प्रभावित जिले:
लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज, गोरखपुर, वाराणसी समेत अन्य जिलों में भी कड़ाके की ठंड महसूस की जा रही है, जिससे स्कूलों और कार्यालयों में उपस्थिति पर असर पड़ा है।
प्रशासन की तैयारियां:
रैन बसेरों की व्यवस्था: प्रशासन ने जरूरतमंदों के लिए रैन बसेरों की सुविधा प्रदान की है, ताकि लोग इस सर्दी में सुरक्षित रह सकें। रैन बसेरों में गर्म कपड़े और भोजन की व्यवस्था भी की गई है।
आग जलाने की व्यवस्था: सार्वजनिक स्थानों पर अलाव जलाने का निर्देश दिया गया है, जिससे लोग ठंड से राहत महसूस कर सकें। यह व्यवस्था विशेष रूप से उन क्षेत्रों में की गई है जहां लोग अधिकतर समय बिताते हैं।
स्कूलों की छुट्टी: कई जिलों में अत्यधिक ठंड के चलते स्कूलों के समय में बदलाव किया गया है या छुट्टियां घोषित की गई हैं, ताकि बच्चों को ठंड से बचाया जा सके।
सावधानियां:
गर्म कपड़े पहनें और ठंड से बचने के लिए घर से बाहर निकलने पर अतिरिक्त सतर्कता बरतें। ठंड के कारण स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं, इसलिए सावधानी बरतना आवश्यक है।
ज्यादा ठंड में छोटे बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें, क्योंकि वे अधिक संवेदनशील होते हैं और ठंड से जल्दी प्रभावित हो सकते हैं।
ठंडे मौसम में वाहन चलाते समय कोहरे के कारण सतर्क रहें और फॉग लाइट का उपयोग करें। यह न केवल आपकी सुरक्षा के लिए आवश्यक है, बल्कि अन्य सड़क उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा के लिए भी महत्वपूर्ण है।
मौसम विभाग की सलाह:
मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में भी ठंड और कोहरे के जारी रहने की संभावना व्यक्त की है। नागरिकों को सर्दी से बचाव के उपाय अपनाने की सलाह दी गई है, जैसे कि गर्म कपड़े पहनना, घर में हीटर का उपयोग करना, और विशेष रूप से बच्चों और बुजुर्गों का ध्यान रखना। इसके अलावा, विभाग ने लोगों से आग्रह किया है कि वे आवश्यक यात्रा से बचें जब तक कि स्थिति में सुधार न हो।
