IPS Mohit Agrawal ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण अपराध समीक्षा बैठक आयोजित की, जिसमें उन्होंने कई कठोर कदम उठाने का निर्णय लिया। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य पुलिस विभाग की कार्यप्रणाली में सुधार करना और अपराधों की रोकथाम के लिए आवश्यक रणनीतियों पर चर्चा करना था। बैठक के दौरान, एक दारोगा को निलंबित कर दिया गया, जो इस निर्णय का सबसे प्रमुख और प्रभावशाली हिस्सा था। यह कदम दारोगा की लापरवाही और ड्यूटी में गंभीर गलतियों के कारण उठाया गया, जो न केवल उनके व्यक्तिगत कार्यक्षेत्र को प्रभावित करता था, बल्कि पूरे पुलिस विभाग की छवि और कार्यक्षमता पर भी नकारात्मक प्रभाव डालता था।

दारोगा को निलंबन का कारण उनके द्वारा अपराधों की समीक्षा में की गई लापरवाही बताया गया। अधिकारियों ने पाया कि दारोगा ने कई महत्वपूर्ण मामलों की जांच में उचित ध्यान नहीं दिया, जिसके परिणामस्वरूप कई अपराधियों को सजा नहीं मिल पाई और अपराधों की दर में वृद्धि हुई। इस संदर्भ में, मोहित अग्रवाल ने स्पष्ट किया कि पुलिस विभाग में किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, और यह कि हर अधिकारी को अपनी जिम्मेदारियों को गंभीरता से लेना चाहिए।
इसके अतिरिक्त, बैठक में अन्य पुलिस अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए कि वे अपनी कार्यप्रणाली में सुधार करें और अपराधों के मामलों में तुरंत और प्रभावी कार्रवाई करें। सभी अधिकारियों को यह समझाया गया कि उनकी भूमिका केवल कानून प्रवर्तन तक सीमित नहीं है, बल्कि उन्हें समुदाय के प्रति जिम्मेदारियों का भी ध्यान रखना होगा। इसके लिए उन्हें नियमित प्रशिक्षण और अपडेट्स पर ध्यान देने की आवश्यकता है, ताकि वे अपने काम में और अधिक कुशल बन सकें।
इस कार्रवाई के बाद, मोहित अग्रवाल ने सभी अधिकारियों को चेतावनी दी कि यदि ऐसी लापरवाही और गंभीर गलतियां फिर से पाई गईं, तो और सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि यह निलंबन केवल एक उदाहरण है, और भविष्य में किसी भी अधिकारी की लापरवाही को सख्ती से देखा जाएगा। इस प्रकार की कार्रवाई से यह स्पष्ट होता है कि मोहित अग्रवाल पुलिस विभाग में अनुशासन और जिम्मेदारी को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जिससे कि अपराधों की रोकथाम में सुधार हो सके और समाज में सुरक्षा का माहौल बना रहे।