भारत में सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए "No helmet, no fuel" अभियान तेजी से लागू किया जा रहा है। इस नियम के तहत, जो दोपहिया वाहन चालक हेलमेट नहीं पहनते हैं, उन्हें पेट्रोल पंप से ईंधन नहीं मिलेगा। यह पहल मुख्य रूप से सड़क पर सुरक्षा के स्तर को बढ़ाने और हेलमेट पहनने की आदत को प्रोत्साहित करने के लिए बनाई गई है, क्योंकि हेलमेट पहनने से दुर्घटनाओं में सिर की चोटों की संभावना काफी हद तक कम हो जाती है।

यह नीति 26 जनवरी 2025 से नोएडा, कन्नौज, और उत्तर प्रदेश के अन्य जिलों में लागू होगी। इस महत्वपूर्ण तिथि से पहले, राज्य सरकार द्वारा व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाएगा ताकि लोगों को इस नियम के महत्व के बारे में जागरूक किया जा सके। पेट्रोल पंपों पर बड़े होर्डिंग्स लगाए जाएंगे, जिनमें हेलमेट पहनने के फायदे और इस नियम के तहत मिलने वाले लाभों की जानकारी होगी।
इसके अलावा, सीसीटीवी कैमरों की मदद से निगरानी की जाएगी, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सकेगा कि सभी दोपहिया वाहन चालक इस नियम का पालन कर रहे हैं। यदि कोई व्यक्ति इस नियम का उल्लंघन करता है, तो उसे मोटर वाहन अधिनियम के तहत जुर्माना लगाया जाएगा, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सकेगा कि सड़क पर सभी का जीवन सुरक्षित रहे। इसका उद्देश्य यातायात नियमों का पालन सुनिश्चित करना और सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाना है। इस पहल के माध्यम से, सरकार सड़क सुरक्षा के प्रति लोगों की जिम्मेदारी को बढ़ाने का प्रयास कर रही है।
यह कदम उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग द्वारा सड़क दुर्घटनाओं को रोकने और लोगों को हेलमेट पहनने की आदत डालने के लिए उठाया गया है। हेलमेट पहनना केवल एक कानूनी आवश्यकता नहीं, बल्कि यह एक सुरक्षा उपाय भी है जो जीवन को बचा सकता है। यदि आप बाइक चला रहे हैं, तो यह सुनिश्चित करें कि आप और आपका सह-यात्री हेलमेट पहन रहे हैं, अन्यथा पेट्रोल नहीं मिलेगा।
इस नियम के लागू होने से न केवल सड़क सुरक्षा में सुधार होगा, बल्कि यह लोगों को हेलमेट पहनने की आदत डालने में भी मदद करेगा। इसके अतिरिक्त, यह पहल सड़क पर सुरक्षा की संस्कृति को बढ़ावा देने में सहायक सिद्ध होगी, जिससे सभी उपयोगकर्ताओं के लिए सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित की जा सकेगी।