Army Day: भारतीय सेना के गौरव और समर्पण का प्रतीक...
- Pawan Gupta
- Jan 15
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Army Day हर वर्ष 15 जनवरी को भारत में बड़े धूमधाम और गर्व के साथ मनाया जाता है। यह विशेष दिन 1949 में लेफ्टिनेंट जनरल के. एम. करिअप्पा के भारतीय सेना के पहले कमांडर-इन-चीफ बनने की स्मृति में मनाया जाता है।

यह वह ऐतिहासिक क्षण था जब उन्होंने ब्रिटिश जनरल फ्रांसिस बूचर से कमान ली, और इस तरह भारतीय सेना को स्वतंत्रता के बाद एक नई दिशा प्रदान की। करिअप्पा का यह कदम भारतीय सेना के लिए एक अहम मील का पत्थर बन गया, क्योंकि उन्होंने सेना को एक स्वतंत्र और आत्मनिर्भर संस्था के रूप में स्थापित करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
इस मौके पर पूरे देश में सैनिकों की वीरता का सम्मान किया जाता है, और विशेष परेड, युद्ध अभ्यास, तथा वीरता पुरस्कार समारोह आयोजित होते हैं। ये कार्यक्रम न केवल सैनिकों के साहस और समर्पण को उजागर करते हैं, बल्कि युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा का स्रोत भी बनते हैं। इस दिन, विभिन्न स्थानों पर आयोजित कार्यक्रमों में सैनिकों की बहादुरी की कहानियाँ साझा की जाती हैं, जिससे आम जनता को उनके बलिदानों का एहसास होता है।
इसके अलावा, यह दिन भारतीय सेना की सेवा, त्याग, और बलिदान का प्रतीक है, जो देश की रक्षा के लिए सदैव तत्पर रहती है। इस दिन, कई स्कूलों और कॉलेजों में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जहाँ छात्रों को भारतीय सेना की महत्ता और उनके योगदान के बारे में बताया जाता है। इस प्रकार, थल सेना दिवस केवल एक उत्सव नहीं है, बल्कि यह हमारे देश के प्रति सम्मान और कृतज्ञता व्यक्त करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है।











































































































































































































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