Chhattisgarh: 17 साल की छात्रा प्रेग्नेंट, खिड़की से फेंका नवजात शिशु; स्कूल सुपरिटेंडेंट सस्पेंड...
- Sonebhadra Times
- Jan 8
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Updated: Jan 19
Chhattisgarh: कांकेर जिले में हाल ही में एक गंभीर मामला सामने आया है, जिसमें एक 16 साल की छात्रा गर्भवती हो गई थी। यह घटना एक सरकारी हॉस्टल में हुई, जहां छात्राएं अस्थायी रूप से रह रही थीं। इस हॉस्टल में रहने वाली छात्राओं की सुरक्षा और कल्याण के लिए कई आवश्यक उपायों की कमी स्पष्ट रूप से देखी गई है।

रिपोर्ट्स के अनुसार, छात्रा के गर्भवती होने का पता तब चला जब उसका मेडिकल चेकअप किया गया। इस चेकअप के दौरान डॉक्टरों ने उसकी स्थिति का पता लगाया, जिसके बाद हॉस्टल की वार्डन ने उसे बिना किसी उचित सलाह या सहायता के घर भेज दिया। छात्रा के परिजनों ने बाद में गर्भपात करवा लिया, जो कि एक अत्यंत संवेदनशील और दुखद प्रक्रिया है। इस घटना के बाद, स्थानीय प्रशासन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए छात्रावास की अधीक्षिका को निलंबित कर दिया है और मामले की जांच के लिए एक समिति गठित की है, ताकि इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोका जा सके।
इस घटना में सुरक्षा की गंभीर खामियां सामने आई हैं, जो कि किसी भी शैक्षणिक संस्थान के लिए बेहद चिंताजनक हैं। हॉस्टल में ना तो उचित बाउंड्रीवाल था, जो बाहरी लोगों के प्रवेश को रोक सके, और ना ही रात में वॉर्डन की उपस्थिति को सुनिश्चित किया गया था। इन दोनों ही बातों ने छात्राओं की सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठाए हैं। इसके अतिरिक्त, यह भी देखा गया है कि छात्राओं को सुरक्षित वातावरण प्रदान करने के लिए आवश्यक निगरानी और सुरक्षा उपायों की कमी थी।
इस प्रकार की घटनाएं न केवल छात्राओं के लिए, बल्कि समाज के लिए भी एक बड़ा खतरा हैं, और यह आवश्यक है कि इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार किया जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। स्थानीय प्रशासन और संबंधित अधिकारियों को चाहिए कि वे इस मामले की गहनता से जांच करें और सुनिश्चित करें कि हॉस्टल में रहने वाली छात्राओं की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।
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