Duddhi: जनजातीय विश्वविद्यालय की स्थापना की मांग, शिक्षा और रोजगार के नए अवसर...
- Sonebhadra Times
- Dec 29, 2024
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Duddhi: (सोनभद्र) में जनजातीय विश्वविद्यालय खोलने की मांग हाल के दिनों में तेजी से उठने लगी है। इस क्षेत्र के जनजातीय समुदायों के नेताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने मिलकर मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन सौंपा है, जिसमें उन्होंने दुद्धी में एक विशेष जनजातीय विश्वविद्यालय की स्थापना की अपील की है। उनका यह कहना है कि इस क्षेत्र में जनजातीय जनसंख्या की संख्या अत्यधिक है, और ऐसे संस्थान की स्थापना की आवश्यकता है जो इन समुदायों के लिए शिक्षा और रोजगार के अवसर उत्पन्न कर सके। यह मांग न केवल शिक्षा के क्षेत्र में बल्कि रोजगार के अवसरों के संदर्भ में भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि जनजातीय समुदायों को अक्सर मुख्यधारा की शिक्षा और रोजगार से वंचित रखा जाता है।

दुद्धी में जनजातीय विश्वविद्यालय स्थापित करने की मांग 27-28 दिसंबर 2024 के दौरान उठी, जब स्थानीय जनजातीय समुदायों के नेताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन प्रस्तुत किया। इस ज्ञापन में उन्होंने दुद्धी में एक विश्वविद्यालय की स्थापना की अपील की, जिससे यहां की जनजातीय जनसंख्या को शिक्षा और रोजगार के नए अवसर प्राप्त हो सकें।
इसके अलावा, इस क्षेत्र में जनजातीय लोगों को अपनी पारंपरिक शिक्षा और संस्कृति के संरक्षण के लिए एक विशेष विश्वविद्यालय की आवश्यकता महसूस की जा रही है। इस विश्वविद्यालय के माध्यम से न केवल उनकी सांस्कृतिक पहचान को सहेजा जा सकेगा, बल्कि यह उनके सामाजिक और आर्थिक विकास में भी योगदान देगा।
ऐसे संस्थान की स्थापना से जनजातीय छात्रों को अपनी भाषा, कला, और परंपराओं के अध्ययन का अवसर मिलेगा, जिससे वे अपने समुदाय की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को आगे बढ़ा सकेंगे। इसके साथ ही, यह विश्वविद्यालय स्थानीय रोजगार के अवसरों को भी बढ़ाने में मदद करेगा, जिससे जनजातीय समुदायों की आर्थिक स्थिति में सुधार हो सकेगा। इस प्रकार, दुद्धी में जनजातीय विश्वविद्यालय की स्थापना केवल शिक्षा के दृष्टिकोण से ही नहीं, बल्कि सामाजिक और आर्थिक विकास के लिए भी आवश्यक है।











































































































































































































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