Taj Mahal History : What is the history of Taj Mahal, know in how many years it was completed...
- sonebhadratimes27
- Jan 3
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History of the Taj Mahal: Today, we will discuss the Taj Mahal. Located in Uttar Pradesh, the Taj Mahal is a renowned mausoleum. UNESCO has designated it as a World Heritage Site. The Taj Mahal is celebrated for its global fame.

आगरा, भारत के उत्तर प्रदेश में स्थित एक मशहूर शहर है, जो अपनी ऐतिहासिक महत्व, संस्कृति और प्रमुख पर्यटन स्थलों के लिए प्रसिद्ध है। यह शहर मुग़ल सम्राट अकबर और उनके उत्तराधिकारी जहांगीर और शाहजहां के शासनकाल के दौरान मुग़ल साम्राज्य की राजधानी था। आज हम आपको ताजमहल के बारे में जानकारी देंगे। ताजमहल उत्तर प्रदेश का एक प्रसिद्ध मकबरा है, जिसे यूनेस्को ने विश्व धरोहर स्थल के रूप में मान्यता दी है। ताजमहल अपनी विश्वव्यापी ख्याति के लिए जाना जाता है और यह भारत के मुख्य पर्यटन स्थलों में से एक है। यह मकबरा मुग़ल सम्राट शाहजहां की पत्नी मुमताज़ महल की याद में निर्मित किया गया था।
ताजमहल का इतिहास
ताजमहल का निर्माण सन् 1632 से 1653 के दौरान हुआ और इसे उस समय की अनोखी मुग़ल वास्तुकला का प्रतीक माना जाता है। यह यमुना नदी के किनारे, लाल किले के पास स्थित है। शाहजहां ने ताजमहल का निर्माण तब शुरू किया था, जब उनकी पत्नी मुमताज़ महल ने अपनी मृत्यु से पहले उनसे यह वचन लिया था कि उसकी स्मृति में दुनिया का सबसे सुंदर मकबरा बनाया जाए। ताजमहल के निर्माण में लाल पत्थर, सफेद संगमरमर, पीतल, सोना, नीलम, मोती, मकरानी पत्थर और अन्य रत्नों का उपयोग किया गया है।
ताजमहल प्रेम का प्रतीक माना जाता है
ताजमहल की खूबसूरती उसकी विस्तृत कब्रगाह के साथ उसकी वास्तुकला, विशालता और सुंदर नक्काशी में छिपी है। यह उच्च कला की एक अनोखी उपलब्धि है और इसे संस्कृति, इतिहास और प्रेम का प्रतीक माना जाता है। इसकी आकृति, आदर्श रूप से प्रतिबिंबित विन्यास और ज्योतिर्मय चतुर्भुज संरचना इसे एक महान वास्तुकला के आभूषण के रूप में प्रसिद्ध बनाती है। ताजमहल एक अद्भुत आकर्षण है और यहां हर साल लाखों पर्यटक आते हैं ताकि वे इस महान ऐतिहासिक मकबरे की सुंदरता और महत्व का आनंद उठा सकें।
ताजमहल बनने में कितना साल लगा था
ताजमहल के निर्माण में कुल लगभग 22 वर्ष लगे। इसका निर्माण कार्य 1632 ईस्वी में आरंभ हुआ और 1653 ईस्वी में समाप्त हुआ। इस अवधि में लगभग 20,000 मजदूरों, शिल्पकारों, वास्तुकारों और कारीगरों ने योगदान दिया। इसे लंबे समय तक कड़ी मेहनत और समर्पण से बनाया गया, जो इसे आदर्श वास्तुकला का एक उत्कृष्ट उदाहरण बनाता है।
ताजमहल को बनाने वाला कारीगर कौन था
ताजमहल के निर्माण में एक विशाल कारीगर टीम शामिल थी, जिसमें कई महान शिल्पकार थे। मुख्य वास्तुकार और निर्माणकर्ता उस्ताद अहमद लाहौरी थे, जिन्होंने ताजमहल की नक्काशी और संरचना का प्रबंधन किया। उन्होंने इसकी अनोखी वास्तुकला शैली विकसित की, जिसमें मुग़ल संस्कृति और स्थापत्यकला के साथ पारंपरिक भारतीय शैली को भी जोड़ा गया। इस कार्य में अन्य कारीगर भी शामिल थे, जो उनके सहायक थे और निर्माण के विभिन्न पहलुओं में सहयोग कर रहे थे। इसमें आवासीय और गैर-आवासीय कारीगर, संगमरमर काटने वाले, संगमरमर कारीगर, रंगीन सिलाई करने वाले, नक्काशी करने वाले, ज्योतिर्मय कलाकार और गहनशिल्पियों की टीम शामिल थी। उन्होंने संगमरमर और पत्थर पर नक्काशी, ज्योतिर्मय कला, सुरंगेबांधी वास्तुकला, चांदी कारीगरी, रंगीन सिलाई और सुनहरी कारीगरी का कार्य किया। ताजमहल की सुंदरता, नक्काशी और गहन शिल्पकला उन कारीगरों की मेहनत और कौशल का प्रतीक है, जिन्होंने इस भव्य भवन का निर्माण किया।
ताजमहल का पूरा नाम क्या है
ताजमहल का वास्तविक नाम “दिवान-इ-खास-इ-ख़ुसरो” है। यह मकबरा मुग़ल सम्राट शाहजहां की पत्नी मुमताज़ महल की याद में बनाया गया था। इसे अंग्रेजी में “Taj Mahal” के नाम से भी पहचाना जाता है। “ताज” का मतलब है “ताजमहल” और “महल” का अर्थ है “मकबरा” या “महल”। इसका अर्थ है “ताज का मकबरा” या “ताज का महल”। यह भारत के प्रमुख धरोहर स्थलों में से एक है और इसे विश्व की अद्वितीयतम वास्तुकला के रूप में देखा जाता है।
ताजमहल अभी कितने साल का हुआ
आपको यह ज्ञात होना चाहिए कि ताजमहल का निर्माण कार्य 1653 ईस्वी में पूरा हुआ था। वर्तमान समय में, अर्थात् वर्ष 2024 में, ताजमहल के निर्माण को लगभग 371 वर्ष हो गए हैं। यह भारत के सबसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से एक है और अपनी अनोखी वास्तुकला, सुंदरता और ऐतिहासिक महत्व के कारण विश्वभर में प्रसिद्ध है।
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